ऋग्वेदीय ब्राह्मणों में दार्शनिकता

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प्रा.दिलखुश पटेल आचार्य

Abstract

वैदिक साहित्य में वेद, ब्राह्मण, आरण्यक, उपनिषद् आदि का समावेश होता है । ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद – यह चार वेदों की अनेक शाखाएँ है और उन हरेक शाखाओं के अनेक ब्राह्मण ग्रन्थ हैं । महाभाष्य के अनुसार वैदिक संहिताओं की 1131(ग्यारह सौ इकत्तीस) शाखाएँ थी[1], इसलिए ब्राह्मण ग्रन्थों की संख्या भी 1131 होनी चाहिए । परन्तु दुर्भाग्यवश ब्राह्मण साहित्य वैदिक संहिताओं की तरह सम्पूर्ण नहीं मिलते । कुछ़ ब्राह्मण ग्रन्थ मिलते हैं तथा कुछ़ विलुप्त ब्राह्मण ग्रन्थों के यत्र तत्र उद्धरण मिलते हैं ।

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प्रा.दिलखुश पटेल आचार्य

आचार्य व.ना.स.बेन्क लि.आर्ट्स एन्ड कोमर्स कॉलेज, वडनगर (हेमचंद्राचार्य उत्तर गुजरात युनिवर्सिटी,पाटण)